Book Your Pandit से जुड़े हुए सभी मित्रगणों को सादर नमस्कार , आप सभी का धन्यवाद की आपके प्रेम, स्नेह एवं प्रेरणा से हम आपके साथ धर्म एवं अध्यात्म से जुड़े हुए विषयों पर चर्चा कर रहे है,
आज के अंक में हम भक्ति ईश्वर तक पहुंचने का सेतु है विषय पर "रामायण से एक शिक्षा" साझा कर रहे है।
रामायण के हृदय में एक शाश्वत सत्य छिपा है: भक्ति , जो शक्ति, ज्ञान या पद से कही अधिक शक्तिशाली है। धर्म के अवतार भगवान श्री राम हमें सिखाते हैं कि, "यह शुद्ध प्रेम और समर्पण ही है जो वास्तव में ईश्वर को छूता है।"
💫 यदि रामायण के एक महान चरित्र हनुमान को देखें , तो वे सबसे महान भक्त है।
उन्होंने कभी मुक्ति नहीं माँगी। उन्होंने सेवा माँगी।
उन्होंने कभी आशीर्वाद नहीं माँगा। उन्होंने खुद को ही अर्पित कर दिया।
हर साँस के साथ, उन्होंने “जय श्री राम” का जाप किया – प्रशंसा के लिए नहीं, बल्कि अटूट प्रेम से।
श्री राम जी ने माता शबरी से यही कहा था कि
“भक्ति बिना न पावहि मोहि,
प्रेम ते प्रियत मोहि नहिं कोय।”
अर्थात
“भक्ति के बिना, कोई भी मुझ तक नहीं पहुँच सकता। और जो मुझे दिल से प्यार करता है, उससे ज़्यादा मुझे कोई प्रिय नहीं है।”
🔥 चाहे माता शबरी के बेर हों या हनुमान जी की निर्भीक छलांग, रामायण हमें सिखाती है कि
भगवान यह नहीं देखते कि हम क्या देते हैं, बल्कि यह देखते हैं कि हम कैसे देते हैं - प्रेम, विश्वास और समर्पण के साथ।
🌸 भक्ति योग कोई अनुष्ठान नहीं है - यह एक रिश्ता है।
यह तर्क के बजाय प्रेम को चुनना है। अभिमान के बजाय समर्पण चुनता है।
और अपने हृदय में ईश्वर को रखकर हर कदम पर चलना सिखाता है।
सभी साधकगणों के लिए श्री राम जी एवं श्री हनुमान जी से यही प्रार्थन रहेगी कि , आपकी भक्ति शबरी के प्रसाद की तरह पवित्र हो,
हनुमान की छलांग की तरह मजबूत हो,
और सीता माता की आस्था की तरह अटूट हो।
जय श्री राम 🙏
ऐसे ही कई ओर चरित्रों को समझने के लिए आप पूरी राम कथा, भागवत कथा, सुन्दर काण्ड आदि के पाठ का आयोजन book your pandit Mobile App के माध्यम से विद्वानों को ऑनलाइन बुक कर घर पर आयोजित करवा सकते हैं।
#भक्तियोग #रामायण ज्ञान #भक्ति #हनुमानभक्त #श्रीराम #प्रेमभक्ति #आध्यात्मिकजागृति #ज्ञानमृतप्रार्थनाएकआध्यात्मिकसाधन
डॉ.आशुतोष व्यास
प्रोफेसर, मोटिवेशनल स्पीकर, आध्यात्मिक talks, Vastu, Dharma, Astrology Yoga.
महाकाल नगरी, उज्जैन ( म.प्र.)
e-mail: draashutoshvyas@gmail.com